Monday, February 14, 2011

तुम खास हो !

आज तुम मेरे लिए खास हो ,
मेरे दिल कि तुम आस हो ,
एक अजनबी एहसास हो ,
तुम ही तो मेरी विश्वास हो !

सपनों में आने वाली परियों की तरह ,
या आसमान में उड़ने वाली चिड़ियों की  तरह ,
हर पल , हर समय , चाहे सुबह हो या शाम हो , 
मासूम सी प्यारी गुड़िया की तरह !...........